अजमेर कृषि कानून के विरोध और लखीमपुर खीरी में हुई किसानों की हत्या के विरोध में भारतीय युवा किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया इस दौरान यूनियन के सदस्य कलेक्ट्रेट के गेट पर भी चढ़ गए प्रदर्शन के बारे में जानकारी देते हुए यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम सिंह मीणा ने बताया कि लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ने जिन किसानों की कार से कुचल कर हत्या कर दी थी उन किसानों की अस्थि विसर्जन के लिए वे सभी लोग पुष्कर पहुंचे थे खेती बचाओ किसानी बचाओ आंदोलन के तहत यूनियन द्वारा राजस्थान के हर जिला हेड क्वार्टर पर जाकर किसानों को इकट्ठा किया जाएगा और सभी को साथ लेकर जयपुर में केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाएगा उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संबोधन में किसान आंदोलन में शरीक होने वाले किसानों के लिए आतंकवादी मवाली अलगाववादी जैसे शब्दों का प्रयोग करते हैं जिनका यूनियन द्वारा विरोध किया जा रहा है मीणा ने कहा कि यह आंदोलन सिर्फ पंजाब या हरियाणा के किसानों का नहीं है बल्कि इस आंदोलन से देश भर के किसान जुड़े हुए हैं जब तक केंद्र सरकार अपने तीन काले कृषि कानून वापस नहीं ले लेती है तब तक यह आंदोलन यूं ही चलता रहेगा प्रशासन ने यूनियन के कार्यकर्ताओं को पुष्कर में भी रोकने की कोशिश की जिससे राज्य सरकार का भी दोगलापन सबके सामने आ गया मीणा ने चेतावनी दी है कि किसानों के हित से बढ़कर कुछ नहीं है किसानों के विरोध जो भी सरकार आएगी चाहे वह केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार हो उसका जबरदस्त विरोध किया जाएगा