अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज के 810 वें उर्स में बुधवार सुबह जन्नती दरवाजा खोल दिया गया है ख़ादिम सैयद अहमद चिश्ती ने बताया की जन्नती दरवाजा वह जगह है जहां ख्वाजा साहब ने अपने गुरु हजरत उस्मान हारुनी की इबादत की थी तभी से यह जन्नती दरवाजा ख्वाजा साहब के चाहने वालों के लिए खास स्थान रखता है बुधवार की रात चांद दिखने पर ख्वाजा गरीब नवाज का पहला गुसल संपन्न होगा यदि चांद नहीं नजर आया तो पहले गुसल की रस्म गुरुवार को अदा की जाएगी छठी शरीफ तक जन्नती दरवाजा भी खुला रहेगा मजार शरीफ से संदल उतारने की रस्म अदा की जा चुकी है उन्होंने दरगाह आने वाले सभी जायरीनों से करुणा गाइडलाइंस का पालन करते हुए वैक्सीनेशन करवाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की है