अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज के 810 वे उर्स में कोरोना गार्डनलाइन के नाम पर लगी पाबंदियों की वजह से दरगाह के ख़ादिम गहलोत सरकार से बेहद नाराज हैं बीती रात को दरगाह के अहाता ए नूर परिसर में सभी जायरीन और ख़ादिम इकट्ठा हुए जहां अंजुमन सैयद जादगान के पूर्व सेक्रेटरी सैयद सरवर चिश्ती ने कहा कि राजस्थान सरकार ने कोरोना गाइडलाइंस के नाम पर दरबार में फूल चादर पेश करने पर पाबंदी लगा रखी है चिश्ती ने कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह सिर्फ मुसलमानों तक ही सीमित नहीं है बल्कि है सर्व धर्म की आस्था का प्रतीक है मुसलमान कांग्रेस को वोट करते हैं उसके बावजूद उर्स के मौके पर कोरोना गाइडलाइंस के नाम पर पाबंदी लागू करके सर्व धर्म के लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है जो कि सही नहीं है उन्होंने मांग की है की उर्स में आने वाले जायरीनों को दरगाह दर्शन के लिए तमाम छूट प्रदान की जाए और खास तौर पर रात का कर्फ्यू खत्म किया जाए गौरतलब है कि अभी राजस्थान में रात 11:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक का कर्फ्यू लागू है बुधवार को रजब का चांद नजर आने के साथ ही उर्स की औपचारिक शुरुआत हो चुकी है जिसकी वजह से अजमेर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ गई है लेकिन कोरोना गाइडलाइन की वजह से सभी को दिक्कतें उठानी पड़ रही है इसीलिए गाइडलाइंस में परिवर्तन की मांग की जा रही है