अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज के 810 वें उर्स की शुरुआत बुधवार रात चांद दिखने के साथ ही औपचारिक रूप से हो जाएगी बुधवार की सुबह 4:00 बजे जन्नती दरवाजे को खोल दिया गया है ख़ादिम सैयद जीशान अली चिश्ती ने बताया कि जन्नती दरवाजा साल में सिर्फ चार बार खोला जाता है ईद उल फितर बकरा ईद और ख्वाजा साहब के गुरु हजरत उस्मान हारुनी के सालाना उर्स के मौके पर भी 1 दिन के लिए जन्नती दरवाजा खोला जाता है उर्स के मौके पर जन्नती दरवाजा छठी शरीफ तक खुला रहता है मंगलवार की रात दरगाह में संदल उतारकर जायरीनों में तक्सीम किया गया उन्होंने बताया कि ख्वाजा साहब के संदल से जायरीनो को बीमारियों से शिफा मिलती है इस बार कोरोना की वजह से जायरीन की आवक पहले के मुकाबले काफी कम रही है यहां आने वाले शायरी हूं ख्वाजा साहब से अपने मन की मुरादे मांग रहे हैं ख्वाजा के दरबार में सभी की मुरादें पूरी होती हैं इस बार कोरोनावायरस से मुक्ति के लिए विशेष दुआएं की जा रही है