अजमेर राज्य सरकार द्वारा दिवाली और दशहरे पर आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है इसकी वजह से शहर के पटाखा व्यवसाय बेहद परेशान नजर आ रहे हैं गाइडलाइंस के साथ से सरकार पटाखा व्यापारियों के लाइसेंस भी जारी नहीं कर रही है इस पर सरकार का तर्क है कि कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाया गया है सरकार के इस तर्क से पटाखा व्यवसाई बेहद निराश हैं उनका कहना है कि फिलहाल प्रदेश में कोरोना का एक भी पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है ना ही तीसरी लहर के आने के कोई लक्षण नजर आ रहे हैं ऐसे में सरकार की इस गाइडलाइन की वजह से पटाखा व्यवसाय से जुड़े लाखों लोग बेरोजगार हो जाएंगे पिछले 2 सालों से वैसे ही वे लोग आर्थिक तंगी की मार झेल रहे हैं और इस बार भी सरकार का यह निर्णय कोढ़ में खाज का काम कर रहा है ग्रीन पटाखों को लेकर व्यवसायियों का कहना है कि सरकार को खुद ग्रीन पटाखे की जानकारी नहीं है सिर्फ रोशनी करने वाले पटाखों को ग्रीन पटाखों की श्रेणी में रखा जाता है जबकि आवाज करने वाले पटाखों को व्यवसाई खुद भी बेचने से परहेज करते हैं