अजमेर, 31 जनवरी। अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा अल्प समयावधि में ही 150 करोड़ रूपए की आय अर्जित कर अपने आप में मिशाल कायम की है। इस राशि का उपयोग स्मार्ट सिटी सहित अन्य कार्यों के लिए होने से अजमेर के विकास को पंख लगेंगे।
अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त श्री अक्षय गोदारा ने बताया कि एडीए कोरोनाकाल में भी भूखण्ड बिक्री से आय की बुलन्दियों को छू रहा है। एडीए ने शुक्रवार 28 जनवरी को भी 4 भूखण्ड़ अर्जुनलाल सेठी नगर, कोटडा, पंचशील आवासीय तथा दौराई व्यावसायिक योजना (पेट्रोल पम्प के लिए) बेचकर 9.13 करोड़ रुपए कमाए है।
पांच दिनों में कमाए 17.91 करोड
उन्होंने बताया कि एडीए ने जनवरी माह में मात्र 5 दिनों में ही 25 भूखण्डों की निलामी की। इनसे प्राधिकरण को 17.91 करोड़ की आय प्राप्त हुई। इनमें 19 जनवरी को 11 भूखण्डों की बिक्री से 3.13 करोड़, 20 जनवरी को एक भूखण्ड़ से 0.38 करोड़, 21 जनवरी को 6 भूखण्डों की बिक्री से 2.97 करोड़, 25 जनवरी को 3 भूखण्डों से 2.30 करोड़ एवं 28 जनवरी को 4 भूखण्डों की बिक्री से 9.13 करोड़ रुपए कमाए है।
छुआ 150 करोड का जादुई आंकडा
उन्होंने बताया कि एडीए द्वारा पारदर्शी ई-नीलामी प्रक्रिया अपनाने, व्यापक प्रचार-प्रसार तथा पसंद का भूखण्ड चुनने की सुविधा प्रदान करने से 150 करोड़ की आय का जादुई आंकड़ा छू लिया है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में 18 भूखण्डों की बिक्री से राशि रुपए 17.55 करोड़ एवं वर्ष 2020-21 में 209 भूखण्डों की बिक्री से राशि रुपए 110 करोड़ की आय हुई थी। इस वित्तीय वर्ष में 10 माह में 242 भूखण्डों की बिक्री से राशि रुपये 150 करोड़ से अधिक की आय हो चुकी है।
पूर्ण पारदर्शी ई-नीलामी
उन्होंने बताया कि एडीए द्वारा भूखण्डों की ई-नीलामी पूर्ण पारदर्शी प्रक्रिया अपनाकर की जाती है। ई-नीलामी नगरीय विकास विभाग के पोर्टल पर किए जाने से एडीए का कोई दखल नहीं होता है। साथ ही निलामी की पहुंच व्यापक स्तर पर हो जाती है। भूखण्डों की नीलामी से पूर्व बड़े प्रचार-प्रसार समाचार पत्रों में आकर्षक विज्ञापन, फ्लेक्स बैनर, यूनिपोल के माध्यम से किया जाता है। पारदर्शिता के कारण लोगों का ई-नीलामी में विश्वास बढ़ रहा है। लोग आगे बढकर नीलामी प्रक्रिया में भाग ले रहे है।
पसन्द के भूखण्ड चुनने की सुविधा
उन्होंने बताया कि एडीए ने लोगों को अपनी पसन्द का भूखण्ड चयन करने की सुविधा प्रदान की है। इसके तहत कोई भी व्यक्ति अथवा संस्था प्राधिकरण की योजना में अपनी पसन्द का भूखण्ड़ चयन कर उसे नीलामी पर रखने के लिए आवेदन कर सकता है। भूखण्डों की नीलामी सम्बन्धी प्रक्रिया पूर्ण कर उसे नीलामी पर लगाया जाता है। इच्छुक व्यक्तियों को पसन्द के भूखण्ड दिखाने की व्यवस्था भी की गई है।
अजमेर के विकास को मिलेगी गत
उन्होंने बताया कि एडीए ने इस वर्ष अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड को प्राधिकरण की हिस्सा राशि 76 करोड रूपए हस्तांतरित की है। इससे स्मार्ट सिटी परियोजना को गति मिली है। प्राधिकरण द्वारा लगभग 60 करोड़ की लागत से योजना क्षेत्र में अधूरे कार्य पृथ्वीराज नगर एवं डीडीपुरम में पेयजल व्यवस्था, फॉयसागर झील का सौन्दर्यीकरण एवं पर्यटन विकास, शहर में पांच स्थानों पर खेल मैदानों का निर्माण, परम्परागत लाईटों को एलईडी लाईटाें में बदलना एवं आधारभूत सुविधाओं के विस्तार इत्यादि कार्य प्रगति पर है।
आयुक्त अक्षय गोदारा ने बताया कि शीघ्र ही सूरजकुण्ड इकालॉजिकल हाऊसिंग एण्ड फॉर्म हाऊस योजना, होकरा एवं घुघरा व्यावसायिक योजना के भूखण्डों की नीलामी प्रक्रिया प्रारम्भ की जाएगी। अपनी पसन्द के भूखण्ड क्रय करने की सुविधा जारी रहेगी।