अजमेर सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 810 वें सालाना उर्स का समापन मंगलवार को हो जाएगा इस मौके पर दुनिया भर के तमाम जायरीन दरगाह में शिरकत कर चुके हैं मुस्लिम धर्मगुरु और ख्वाजा साहब के वंशज और वंशानुगत सज्जादानशीं दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने इस मौके पर आम जनता के नाम दिए गए अपने संदेश में कहा कि मंगलवार को कुल की रस्म के साथ ही उर्स का समापन हो जाएगा और साथ ही जन्नती दरवाजा भी बंद कर दिया जाएगा चांद रात से लेकर रजत की 6 तारीख तक चलने वाले उर्स में मंगलवार को मजार शरीफ को छटा ग़ुस्ल दिया जाएगा इसके साथ ही महफिल खाने में दोपहर 11:00 से 1:00 बजे तक महफिल का भी आयोजन किया जाएगा जिसके बाद तमाम अतिथियों का दस्तारबंदी कर स्वागत किया जाएगा आम जनता के नाम दिए गए अपने संदेश में दरगाह दीवान ने कहा कि युवा पीढ़ी को बुजुर्गों की शिक्षाओं को ध्यान में रखते हुए तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ना चाहिए हाल ही में उठे हिजाब विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि हिजाब पहनना मुस्लिम महिलाओं का धार्मिक और संवैधानिक अधिकार है इसमें हस्तक्षेप करने का अधिकार किसी को भी नहीं है सरकार को भड़काऊ और विभाजन कारी भाषण देने वालों के खिलाफ सख्त कानून बनाने की जरूरत है उन्होंने कहा कि देशवासियों को हिंसक गतिविधियों से दूर रहने की जरूरत है दुनिया में विकास और सफलता हथियार और आतंकवाद से नहीं बल्कि कड़ी मेहनत शांति और समर्पण से ही हासिल हो सकती है वहीं उन्होंने सभी धर्म गुरुओं से भी अपील की है कि वे सब कौमी भाईचारे का प्रचार कर विश्व में शांति स्थापित करें