अजमेर भगवंत यूनिवर्सिटी से कृषि संकाय में बीएससी करने वाले सैकड़ों पूर्व छात्रों ने यूनिवर्सिटी पहुंचकर अपना आक्रोश जाहिर किया है इस आक्रोश की वजह यूनिवर्सिटी द्वारा कराए जा रहे बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स को मान्यता नहीं होने के बावजूद भी एडमिशन लेना है यूनिवर्सिटी पहुंचकर विरोध दर्ज कराने वाले छात्रों में सन 2011 से 2015 तक के बैच वाले विद्यार्थी शामिल हैं उनका कहना है कि राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की गई सहायक कृषि अधिकारी भर्ती दो हजार अट्ठारह से उन्हें यह कहकर बाहर कर दिया गया कि उनके डिग्री वाले नहीं है भगवंत यूनिवर्सिटी के कृषि संकाय कोर्स को मान्यता प्रदान नहीं है इसी तरह सन 2019 की कृषि व्याख्याता भर्ती से भी उन्हें यही कारण बताकर बाहर कर दिया गया सन 2015 में भी यही हुआ था छात्रों का कहना है कि जब यूनिवर्सिटी की एग्रीकल्चरल कोर्स की डिग्री बैलेंस नहीं है तो इतने सारे विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हुए उन्हें एडमिशन क्यों दिया जा रहा है फिलहाल यह मामला राजस्थान हाई कोर्ट में विचाराधीन है इसकी तारीख पर तारीख मिल रही है लेकिन विद्यार्थियों को न्याय नहीं मिल पा रहा उनकी मांग है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन जल्द से जल्द मान्यता का यह मसला हल करें ताकि उन्हें राहत मिल सके

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