अजमेर : विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 810 वें उर्स को ध्यान में रखते हुए दरगाह कमेटी, अंजुमन सैयद जादगान, अंजुमन शेख जादगान, और दरगाह दीवान के प्रतिनिधि सहित सभी स्टेकहोल्डर की मीटिंग का आयोजन दरगाह गेस्ट हाउस में किया गया इस दौरान मीटिंग में मौजूद सभी पदाधिकारियों का कहना है कि ख्वाजा साहब से दुनिया भर के लोगों की आस्था जुड़ी हुई है ऐसे में राज्य सरकार को उर्स संपन्न करवाने की अनुमति दे देनी चाहिए जब देश भर में चुनाव सहित विभिन्न गतिविधियां संचालित हो रही हैं तो उर्स का आयोजन भी किया जा सकता है पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार ने परिवहन के साधनों पर किसी तरह की कोई बंदिश नहीं लगाई है ऐसे में जायरीनो को दरगाह आने से नहीं रोका जा सकता यदि कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते हैं तो सरकार को परिवहन के सभी साधनों पर रोक लगाते हुए पूर्ण कर्फ्यू का ऐलान करना चाहिए अन्यथा उर्स संपन्न करने की अनुमति दी जानी चाहिए उन्होंने कहा की दरगाह के सभी स्टेकहोल्डर्स की तरफ से उर्स के दौरान गाइडलाइंस का पालन करवाने की पूरी व्यवस्था करवाई जाएगी वही बच्चों और बुजुर्गों से उर्स में शामिल नहीं होने की गुजारिश भी की जा रही है