अजमेर दरगाह की सीढ़ियों से विवादित नारा देने के मामले के पुलिस रिमांड पर चल रहे गौहर चिश्ती को आज सात दिन का रिमांड पूरा होने पर पुलिस ने गोपनीय तरीके से सुबह मजिस्ट्रेट के आवास पर पेश किया जहा से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। सुरक्षा कारणों से गौहर को हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट किया गया है जहां पहल से उदयपुर हत्याकांड के सभी सात आरोपी बंद है और साथ ही गौहर विवादित नारे के भी चारो आरोपी बंद है। इस मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा की अभी तक के अनुसंधान में गौहर का उदयपुर हत्याकांड से किसी भीं तरह का लिंक सामने नही आया है और ना ही किसी अन्य कट्टरपंथी संस्था से उसका जुड़ाव सिद्ध हुआ है। गौहर के विवादित नारे में हुई पूछताछ में पुलिस ने उसके संपर्क सूत्र से भी तफ्तीश की और साथ ही किसी भी तरह के विवादित वित्तीय लेनदेन का मामला भी सामने नहीं आया है। पुलिस ने कहा की फिलहाल अनुसंधान जारी है और किसी अन्य एजेंसी ने अभी तक उनसे गौहर को लेकर पूछताछ संबंधी जानकारी नहीं ली है।