ख्वाजा गरीब नवाज के सालाना 809 वे उर्स के मौके पर शुक्रवार सुबह 4:00 बजे जन्नती दरवाजे को खोल दिया गया जन्नती दरवाजे से होकर गुजरने वालों का हुजूम सा लग गया यहां आपको बता दें कि जन्नती दरवाजा साल में केवल 4 बार ही खोला जाता है बकरा ईद मीठी ईद व इनके पीर ए मुशिर्द के उर्स पर और गरीब नवाज के उर्स में। जन्नती दरवाजा पूरे उर्स में खुला रहता है कुल की रस्म होने के बाद जन्नती दरवाजे को बंद कर दिया जाता है लेकिन रजब का चांद अगर शुक्रवार को दिखाई देता है तो जन्नती दरवाजा खुला ही रहेगा अगर शुक्रवार को चांद दिखाई नहीं दिया तो जन्नती दरवाजे को बंद कर शनिवार को अल सुबह फिर खोला जाएगा क्योंकि चांद देखने के बाद ही उठ की औपचारिक शुरुआत होगी ऐसा माना जाता है कि इस दरवाजे से होकर जो भी गुजरते हैं उन्हें जन्नत नसीब होती है वही ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के खादिमो के अनुसार जन्नती दरवाजे से गुजरने के लिए लोगों की ओर से मर जाती है इस बार भी हजारों की तादाद में जायरीन दरगाह पहुंचे हैं जो देर रात से ही जन्नती दरवाजे से गुजरने के लिए जन्नती गेट पर ही खड़े रहे