अजमेर : पुष्कर घाट पर सवा लाख दीपकों से महाआरती के साथ ही पुष्कर मेले का मंगलवार से आगाज हो गया। पहली बार सरोवर के घाटों पर अयोध्या की तर्ज पर दीपक जलाए गए। मेले की शुरुआत भी सुबह के बजाय शाम को की गई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महाआरती करके मेले की शुरुआत की। हाल के सालों में ये भी पहली बार हुआ की मुख्यमंत्री ने पुष्कर मेले का झंडा रोहण किया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शाम 6.28 बजे पुष्कर सरोवर पर दीपदान कार्यक्रम की शुरुआत की। पवित्र सरोवर पर पूजा-अर्चना के बाद महाआरती की गई। गहलोत ने कहा- उम्मीद थी कि मानगढ़ राष्ट्रीय स्मारक बन जाएगा। केन्द्र सरकार सहयोग करेगी, लेकिन आज ऐसा नहीं हुआ। हो सकता है पहले ज्यादा ही मांग कर ली। यह कोई मौका नहीं है कि राजनीतिक बात कहे। आजादी के बाद ही पहली बार ऐसी व्यवस्था की गई। इसके लिए स्थानीय प्रशासन सहित पुरोहित समाज को बधाई देता हूं कि नई शुरुआत की सोच रही।
गहलोत ने कहा- लंपी के कारण गाय को परेशानी हुई। ऐसे में पशु मेला नहीं हुआ। अब जाकर स्थिति नियंत्रण में आई। सारी व्यवस्थाएं अच्छी हुई है और आगे भी ऐसी ही व्यवस्था होती रहेगी। इसका विश्वास दिलाता हूं। पुष्कर तीर्थ, ब्रह्मा मंदिर और दरगाह अजमेर की पहचान है। गहलोत ने पुरोहितों की ओर से बताई गई गंदे पानी की समस्या व घाटों का सौन्दर्यकरण करने के लिए जल्द ही काम शुरू करने का आश्वासन दिया।