अजमेर, 13 सितम्बर। राजस्थान किसान आयोग द्वारा मंगलवार को राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केन्द्र तबीजी के सभागार में कृषक संवाद कार्यक्रम अध्यक्ष श्री महादेव सिंह खण्डेला की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इसमें सम्पूर्ण जिले के लगभग 225 प्रगतिशील किसान तथा कृषि, पशुपालन, डेयरी व मत्स्य विभाग के अधिकारी शामिल हुए।
कृषक संवाद में कृषकों द्वारा उन्हे कृषि कार्य में आने वाली समस्याओं व उनके समाधान के लिए सुझाव लिए गए। कृषकों द्वारा कृषि विभाग में लॉटरी प्रक्रिया समाप्त किए जाने, खरीफ व रबी के बीजों व आदानों की आपूर्ति बुवाई से 20 दिन पूर्व किए जाने, फसल बीमा पॉलिसी को प्रीमियम कटते ही जनरेट किया जाने, कृषि कार्यो हेतु बिजली आपूर्ति 6 घंटे से बढाकर 8 घंटे किए जाने, जैविक उत्पादों हेतु मार्केट उपलब्ध कराने व चरागाह भूमि से विलायती बबूल को हटाए जाने इत्यादि की मांग की गई।
कृषक संवाद में किसान आयोग के सदस्य डॉ. जी.एल. केसवा, डॉ. सुखदेव सिंह बुरडक, श्री ओ.पी. खेदड़, डॉ. इन्द्रभूषण मौर्य, डॉ. राजेश मान, डॉ. एस.के. खण्डेलवाल, डॉ. बीरबल, श्री सुरेन्द्र कुमार जैन, श्री नारायणराम बेड़ा, श्रीमति सोहनी चौधरी व जिला कलक्टर श्री अंशदीप, मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री हेमन्त स्वरुप माथुर तथा कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) खण्ड जयपुर श्री बी.एल. शर्मा भी उपस्थित रहे।
श्री ओ.पी. खेदड़ ने विभाग की योजनाओं व विभिन्न फसलों की किस्मों का उपयोग क्षेत्र विशेष के अनुसार किए जाने के लिए जानकारी दी। डॉ. राजेश मान द्वारा मिश्रित कृषि के लिए व खेत की मेड़ पर बहुवर्षीय चारा व नेपियर घास लगाने तथा पशुओं में समयानुसार टीकाकरण करवाए जाने के लिए सुझाव दिए।
किसान आयोग अध्यक्ष श्री महादेव सिंह खण्डेला द्वारा किसानों की समस्याओं को किसान आयोग द्वारा सरकार के सामने रखने का आश्वासन किया गया। उन्होंने कहा कि किसान आयोग द्वारा कृषकों की समस्याओं को दूर किए जाने का हर संभव प्रयास किए जाएगें।
अंत में श्री बी.एल. शर्मा द्वारा किसान आयोग के गठन के उद्वेश्य के बारे में जानकारी देते हुए धन्यवाद उद्बोधन दिया।