अजमेर - ख्वाजा गरीब नवाज के 809 वे उर्स की अनौपचारिक शुरुआत का आगाज हो चुका है जिसमे आज गरीब नवाज की दरगाह में संदल की रस्म को अदा किया गया ! इस रस्म को आस्ताना मामूल होने के बाद निभाया जाता है इस समय दरगाह के खादिम द्धारा ही इस रस्म को निभाया जाता है !
क्या है संदल की रस्म
संदल की रस्म सिर्फ गरीब नवाज के उर्स में ही निभाई जाती है संदल (चन्दन ) को कहा जाता है जो की गरीब नवाज की मजार के ऊपरी हिस्से पर लेप की तरह लगाया जाता है जो खादिमो द्धारा रोज पेश किया जाता है ! उर्स के एक दिन पहले गरीब नवाज के उर्स के समय ही इसे गरीब नवाज के खादिमो द्धारा उतारा जाता है ! इस संदल को उतारने के बाद इस जायरीनों को बांटा जाता है जिसे पाने के लिए बहार से आने वाले जायरीनों में होड़ सी मच जाती है और ऐसा माना जाता है की इस संदल को पानी के साथ पिने से और इसे खाने से इंसान के सभी दुःख व दर्द दूर हो जाते है ! इसलिए जायरीन इसे बोतल में इसका पानी बनाकर यहाँ से लेकर जाते है !