अजमेर एसओजी टीम के इंस्पेक्टर भूराराम खिलेरी प्रतापगढ़ जेल में बंद कैदी की हत्या की साजिश को ना काम करने के साथ ही उदयपुर पुलिस के सहयोग से मुंबई के एक स्कूटर सहित दो आरोपियों को पिस्टल और आठ जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है सभी आरोपियों के खिलाफ अंबामाता थाने में मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है मिली जानकारी के अनुसार एसओजी इंस्पेक्टर भूराराम खिलेरी को प्रतापगढ़ जेल में बंद कैदी फैजल की हत्या करने की जानकारी मिली थी इस संबंध में जब उन्होंने जांच की तो पता चला कि दुबई में कांच की फैक्ट्री चलाने वाला मूसा और उसके पिता याकूब जेल में बंद फैजल को मरवाना चाहते हैं इस काम के लिए उन्होंने उदयपुर के किशनपोल निवासी सन्नी उर्फ हसनैन अली और मुंबई के शूटर परवेज को फैजल की हत्या का काम सौंपा है आरोपियों ने साजिश बनाई थी जिसके तहत प्रतापगढ़ जेल से निकलते ही फैजल को गोलियों से भून कर मौत के घाट उतार दिया जाता यदि इसमें कामयाबी नहीं मिलती तो फैजल को हॉस्पिटल में सल्फास की गोलियां देकर मौत की नींद सुला दिया जाता तकनीकी माध्यमों से बदमाशों की साजिश का पता लगाने के बाद पुलिस ने कार्यवाही करते हुए आरोपियों को दबोच लिया सनी ने 80 हजार रुपए में पिस्टल और कारतूस खरीदे थे जब शूटर परवेज मुंबई से उदयपुर पहुंचा तो पुलिस ने उसका पीछा कर बीच बाजार में उसे दबोच लिया गौरतलब है कि फैजल मूसा की बहन का पति है जिससे उसका तलाक हो गया था इसके बाद मूसा ने पैदल के साथ मुंबई में मारपीट करके पिस्टल रखने के आरोप में उसे जेल भिजवा दिया था इससे दोनों परिवारों के बीच रंजीत पैदा हो गई थी कुछ समय पहले ही पैदल नहीं मूसा के परिवार के दो सदस्यों की हत्या कर दी थी जिसका बदला लेने के लिए मुंह से उसकी हत्या करवाना चाहता था पुलिस ने इस मामले में मूसा सहित अन्य आरोपियों को भी नामजद किया है