अजयसर ग्राम पंचायत समिति के अंतर्गत आने वाले खरेखड़ी गांव के रेल की डांग स्थित गवर्नमेंट प्रायमरी स्कूल इन दिनों कायापलट हो चुकी है स्कूल के शिक्षकों ने अपनी कड़ी मेहनत और सहयोग के बलबूते ना सिर्फ स्कूल का जीर्णोद्धार कर दिया बल्कि अब यह स्कूल बच्चों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है लेकिन इसके लिए टीचिंग स्टाफ को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा है इसकी जानकारी देते हुए स्कूल की टीचर आशिका परिहार और निशा सिंह पालावत ने बताया कि स्कूल की दीवारों को पेंट करवाने के लिए सरकार से मिलने वाली बजट राशि कम पड़ रही थी ऐसे में स्टाफ के सदस्यों ने अपनी तरफ से पांच 5 हजार रुपए का योगदान कर ना सिर्फ स्कूल की इन दीवारों को पेंट करवाया बल्कि खुद अपना वक्त देकर इन पर चित्रकारी भी की है क्योंकि स्कूल रेल की डांग इलाके में स्थित है इसीलिए स्कूल की दीवारों को रेल के डिब्बों का रूप दिया गया है उन्होंने बताया कि इसके अलावा स्कूल में हरियाली बढ़ाने के लिए पेड़ पौधे भी लगाए गए हैं जिसका खर्च भी स्टाफ द्वारा ही उठाया गया है लेकिन इन सबके बीच टीचरों को गांव वालों के विरोध का भी सामना करना पड़ा क्योंकि स्कूल में लगे हैंडपंप पर गांव के लोग नहाने के लिए आते थे और इसके अलावा ग्रामीणों के मवेशी स्कूल में लगे पेड़ पौधों को उजाड़ दिया करते थे कई बार इस विषय पर गांव वालों और स्कूल स्टाफ के बीच तकरार भी हुई परेशान होकर स्टाफ द्वारा स्कूल का दूसरा गेट जहां से ग्रामीणों और मवेशियों का प्रवेश होता था उसे बंद कर दिया गया ग्रामीणों ने इसका जबरदस्त विरोध करते हुए टीचरों को तबादला करवाने तक की धमकी दे डाली थी लेकिन जहां चाह वहीं राह को सार्थक करते हुए टीचिंग स्टाफ अपने फैसले पर अडिग रहा और कुछ ही दिनों में स्कूल का आकर्षक स्वरूप सामने है बस अब स्टाफ की ख्वाहिश इस स्कूल के भौतिक संसाधनों में वृद्धि करवाने की है ताकि स्कूल में नामांकन भी बढ़ सके