अजमेर : राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम की ओर से व्यवसायिक शिक्षा में कार्यरत कार्मिकों को नियमित करने की मांग को लेकर अजमेर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया गया। साथ ही हाल ही में संविदाकर्मियों को नियमित करने के आदेश की प्रतियां जलाकर इसे सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का निर्णय बताया।
प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष शक्तिसिंह गौड़ ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने कुछ संविदाकर्मियों को नियमित करने का आदेश जारी किया, यह केवल सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का छलावा है। इससे किसी को कोई फायदा नहीं होने वाला।
गौड़ ने बताया कि प्रदेश में संचालित व्यावसायिक शिक्षा में राजस्थान में 2100 कार्मिक सेवा प्रदाता के माध्यम से नियुक्त है, जो की विगत 2014 से अपनी सेवा विभिन्न ट्रेड में नियत मानदेय पर दे रहे है। जिन्हें हर वर्ष नए टेंडर के माध्यम से सेवा अन्तराल के बाद नियुक्ति देते आए है।
जिस से हर बार कंपनियों के शोषण से ग्रस्त होना पड़ता है। चूंकि आज के दौर में शैक्षिक योग्यता के साथ साथ हुनर की शिक्षा आवश्यक हैं, जिसके लिए सरकार के द्वारा हर हाल में हुनर देने का वादा किया जा रहा है। परन्तु जो हुनर की शिक्षा दे रहा है, उन्हें अपनी रोजगार की चिंता हर बार रहती हैं।अत: ठेका प्रथा से मुक्ति दिला कर विभाग में समायोजन करवाया जाए। इसको लेकर रोष है और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा है।