अजमेर : स्वर्गीय किरोड़ी सिंह बैंसला के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम के विधिवत पूरा हाेने के कार्यक्रम से पहले एमबीसी समाज के महाकुंभ में हुए हंगामे के एक दिन बाद मंगलवार काे विजय सिंह बैंसला ने अजमेर में प्रेस कांफ्रेंस की। हालांकि बैंसला ने इस प्रेस कांफ्रेंस का मकसद महज समाज और अस्थि विसर्जन कार्यक्रम से जुड़े लाेगाें का आभार जताना बताया, लेकिन बाद में हंगामे काे उन्हाेंने समाज काे कलंकित करने वाला कहा। उन्हाेंने कहा कि समाज इस कृत्य से लज्जित हुआ है। प्रशासन के पास वीडियाे फुटेज हैं, संबंधित काे चिंहिंत करें और हमें भी बताए ताकि हम इसका समाधान निकाल सकें।
मंगलवार को राजा साइकिल चाैराहे पर स्थित हाेटल दाता इन में दाेपहर 3: 30 बजे हुई इस प्रेस कांफ्रेंस में विजय बैंसला ने कहा कि हम कल जयपुर के लिए रवाना हाे रहे हैं। अस्थि विसर्जन के लिए 27 दिनाें में 5 हजार किमी की यात्रा पूरी की कई है। हम अब गमी के दिनाें से निकल कर सामान्य जीवन में जा रहे हैं। एमबीसी समाज के अलावा पूरे प्रदेश के लाेगाें ने इस दाैरान हमारा साथ दिया है। इसलिए उनका आभार जताना चाहते हैं। उन्हाेंने कहा कि जिस घाट पर कर्नल बैंसला की अस्थियां विसर्जित की गई है, वहीं पर उन्हाेंने मेरी माताजी की अस्थियां भी प्रभावित की थी। उन्हाेंने प्रशासन का भी आभार जताया और कहा कि प्रशासन की टीम हर जगह तैनात थी। इतनी बड़ी यात्रा थी, कहीं किसी काे खराेंच तक नहीं आई।
जब मीडिया ने हंगामें से जुड़ा सवाल पूछा ताे उनका कहना था कि कुछ असामाजिक तत्व आ गए थे। स्थानीय लाेग ताे कर्नल बैंसला की मूर्ति गुर्जर भवन में रखने के लिए आए थे। उन्हाेंने कहा कि हंगामा करने वाले काैन थे। वह क्या चाहते थे यह जांच का विषय हैं। लेकिन जाे भी हुआ वह समाज के लि कलंक का काम कर गया। लाेग समाज काे बांटने की काेशिश कर रहे हैं। ताज्जुब इस बात का है कि यह सब लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्राेटाेकाॅल काे ताेड़कर किया गया। यह गंभीर है।