अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी और पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने रीट परीक्षा को लेकर मचे बवाल के बाद राज्य सरकार और बोर्ड अध्यक्ष डॉ डीपी जारोली के खिलाफ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जिसमें देवनानी ने सरकार और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डॉ डीपी जारोली पर कई गंभीर आरोप लगाए देवनानी ने कहा कि पांच गिरोह के 30 सदस्यों ने पहले ही चेतावनी दी थी कि वे परीक्षा से पहले आंसर की और क्वेश्चन पेपर दोनों मार्केट में ले आएंगे और परीक्षा वाले दिन पेपर और आंसर की पकड़े गए पेपर 3 घंटे पहले ही बाहर आ चुका था जिससे साफ जाहिर है कि पेपर लिखवा है वही पेपर को ले जाने वाले कंटेनर को किसी भी तरह से सुरक्षा प्रदान नहीं की गई थी वही पेपर लीक प्रकरण में सरगना के तौर पर जिस बत्ती लाल मीणा का नाम सामने आ रहा है देवनानी ने उसे कांग्रेस का कार्यकर्ता बताया है देवनानी का कहना है कि बत्ती लाल मीणा अक्सर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में उपस्थित रहता है और सवाई माधोपुर के एक स्कूल में कांग्रेस विधायक द्वारा बत्ती लाल मीणा का मनोनयन भी किया गया था जिससे साफ जाहिर है कि वह कांग्रेस का कार्यकर्ता है उन्होंने मांग की है की प्रदेश कांग्रेस के सभी नेताओं और उनके रिश्तेदारों द्वारा संचालित किए जा रहे कोचिंग सेंटरों की जांच करवाई जाए वही बत्ती लाल मीणा को भी तुरंत प्रभाव से गिरफ्तार किया जाए इसके बाद बोर्ड अध्यक्ष डॉ डीपी जारोली को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि 2 दिन पहले आयोजित की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ डीपी जारोली ने अपने कांग्रेस समर्थक होने की बात जाहिर की थी बोर्ड अध्यक्ष ने संवैधानिक पद पर रहते हुए भी राजनीतिक बयान बाजी से गुरेज नहीं किया तो जाहिर सी बात है बत्ती लाल मीणा भी डॉक्टर जारोली के संपर्क में रहा होगा इसीलिए उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है की डॉ डीपी जारोली को उनके पद से बर्खास्त करते हुए इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाए