चप्पल में लाखों रुपये का उपकरण लगा कर नकल कर रहा युवक पकड़ा गया
रीट परीक्षा 2021 का आयोजन सरकार ने जिस बड़े पैमाने पर किया था उसके हिसाब से सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त भी किए गए थे लेकिन इस बार भी कुछ मुन्ना भाई ऐसे सामने आए जिन्होंने नकल के नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
सख्ती के बावजूद पकड़ में आया 6 लाख की ब्लू टूथ डिवाइस वाला मुन्ना भाई
रीट परीक्षा को मद्देनजर रखते हुए अजमेर जिला पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे इसके चलते दोनों पारियों में रीट की परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई वही ब्लूटूथ डिवाइस लेकर परीक्षा केंद्र पर पहुंचे एक अभ्यर्थी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है अभ्यार्थी चप्पल में ब्लूटूथ डिवाइस स्विच कर के लाया था।
चप्पल में फिट था मोबाइल सिम से कनेक्ट ब्लूटूथ डिवाइस
मामले का खुलासा करते हुए अजमेर एसपी जगदीश चंद्र शर्मा ने बताया कि रीट की परीक्षा में पुलिस और प्रशासन की तरफ से कड़े बंदोबस्त किए गए थे सादा वर्दी में भी जवान तैनात थे परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह से अलग था विशेष टीम की सूचना पर मदनगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत आचार्य श्री धर्म सागर दिगंबर जैन उच्च माध्यमिक विद्यालय में एक अभ्यार्थी को ब्लूटूथ डिवाइस से नकल करते पकड़ा गया सूचना मिलते ही थाना अधिकारी मनीष चारण ने केंद्र अधीक्षक और ऑब्जर्वर को सूचित करके जांच शुरू कर दी चुरू जिले के रहने वाले गणेशाराम ढाका को पूछताछ के दौरान हिरासत में लेकर तलाशी ली गई तो उसके कान में एक सूक्ष्म इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लगा हुआ था सख्ती से पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसकी चप्पल में मोबाइल सिम से संचालित एक डिवाइस फिट है आरोपी गणेशाराम जी को बुला की ब्लूटूथ डिवाइस चप्पल उसने ढाई लाख रुपए में चूरू के रामपुर छापर निवासी और बीकानेर में चाणक्य कोचिंग सेंटर संचालित करने वाले तुलछाराम जाट से खरीदी है।
ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए गिरोह बोलकर सॉल्व करवाता था प्रश्न पत्र
इस मामले में पता चला है कि बीकानेर के गिरोह ने करीब 25 ब्लूटूथ डिवाइस युक्त चप्पल बनवाए थे जिन्हें ₹600000 की कीमत से बेचा जा रहा था चूरू निवासी आरोपी गणेशाराम क्योंकि कोचिंग सेंटर संचालक तुलछाराम के गांव का ही था इसीलिए उसने गणेशाराम को यह चप्पल ढाई लाख रुपए में ही बेच दी थी गिरोह ने परीक्षा के दौरान बोलकर प्रश्नपत्र हल करवाने का झांसा दिया था लेकिन इसमें कामयाब होने से पहले ही पुलिस ने उनका पर्दाफाश कर दिया
नंगे पैर दिलवाई गई परीक्षा
मामले का खुलासा होते ही सभी अभ्यार्थियों के जूते मुझे और चप्पल खुलवाने के निर्देश दिए गए जिसके बाद केंद्र प्रभारियों ने सभी अभ्यार्थियों को नंगे पैर परीक्षा दिलवाई। इसके बाद किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी सामने आने की कोई जानकारी नहीं मिली है अजमेर और नीमकाथाना में हुई कार्यवाही के बाद पुलिस ने डिवाइस बेचने वाले आरोपियों के कब्जे से 7 लाख रुपए के चेक और एक ब्लैंक चेक को बरामद करने में भी कामयाबी हासिल की है फिलहाल इन सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है अन्य खुलासे होने की भी पूरी संभावना है