व्हाट्सएप हरा या गुलाबी, कितना सुरक्षित है व्हाट्सएप हमारे लिए
आज के युग को डिजिटलाइजेशन का युग कहा जाता है। नवीन डिजिटल तकनीकों के विकास अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने जहां वैश्वीकरण को बढ़ावा दिया है वहीं यह सभी चीजें आम आदमी की रोजमर्रा की जरूरत है बन चुके हैं। मेटा द्वारा भारत में फेसबुक व्हाट्सएप इंस्टाग्राम और इन से जुड़े कुछ अन्य सोशल मीडिया पायदान का इस्तेमाल लोग बढ़-चढ़कर कर रहे हैं। अगर व्हाट्सएप की बात करें तो लगभग देश की 90% जनसंख्या व्हाट्सएप प्रयोग करती हैं।
व्हाट्सएप का प्रयोग ना केवल लोग एक दूसरे के संपर्क में रहने के लिए करते हैं बल्कि इसका प्रयोग मनोरंजन आवश्यक दस्तावेजों के लेनदेन सूचनाओं के प्रसारण और इस तरह की अन्य गतिविधियों के लिए भी किया जाता है।
कितना सुरक्षित है व्हाट्सएप हमारे लिए
वर्तमान समय में व्हाट्सएप के जरिए देश दुनिया के लोग एक दूसरे से संपर्क साधे हुए हैं, किंतु अगर बात की जाए सुरक्षा की तो हमारे लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि जिस भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का प्रयोग हम कर रहे हैं वह हमारे लिए कितना सुरक्षित है क्योंकि जहां इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने हमें आम जिंदगी में सहूलियत मुहैया कराई है। वहीं इन्हीं के चलते देश के साइबर क्राइम के प्रतिशत में भी वृद्धि हुई है ।
गुलाबी व्हाट्सएप
गुलाबी व्हाट्सएप का नाम सुनते ही हम में से कई लोगों का ख्याल होगा कि यह गुलाबी व्हाट्सएप या तो व्हाट्सएप का नया वर्जन है, व्हाट्सएप का नया लोगो या व्हाट्सएप ने अपनी एप्लीकेशन थीम बदलकर हरे से गुलाबी रंग की कर दी होगी। यदि आप ऐसा सोचते हैं तो यकीन मानिए आप गलती कर रहे हैं और यह गलती आप को बड़ी मुश्किल में डाल सकती है। दरअसल गुलाबी व्हाट्सएप स्कैमर्स की एक चाल है जिसके जरिए वह आपको ना केवल आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचा सकते हैं बल्कि आपके निजी दस्तावेजों का गलत तरीके से प्रयोग भी कर सकते हैं ।
गुलाबी व्हाट्सएप की शुरुआत
हाल ही में भारत की महाराष्ट्र पुलिस ने एक अलर्ट जारी किया जिसमें उन्होंने लोगों से गुलाबी व्हाट्सएप से सतर्क रहने के लिए अपील की ।
गुलाबी व्हाट्सएप एक धोखा है जिसमें शुरुआत में आपके पास एक व्हाट्सएप मैसेज आता है। जिसमें एक लिंक होता है सामान्य तौर पर देखने पर यह मैसेज व्हाट्सएप का ऑफिशियल मैसेज लगता है, किंतु यह एक प्रकार का धोखा है। दरअसल जैसे ही आप इस लिंक पर क्लिक करते हैं आपके फोन के बैकग्राउंड में एक डाउनलोडिंग स्टार्ट हो जाती है और जैसे-जैसे डाउनलोडिंग आगे बढ़ती है। धीरे-धीरे आपकी फोन से आपके पर्सनल डाक्यूमेंट्स , फोटो , बैंकिंग इंफॉर्मेशन , कॉन्टैक्ट्स , आपका ईमेल और ओटीपी सहित पूरा डाटा स्कैमर्स के पास चला जाता है। जैसे ही यह डाटा पूरी तरह से हैक होता है आपके व्हाट्सएप का रंग गुलाबी हो जाता है। लेकिन ये सब यही खत्म नहीं होता इसके बाद यही लिंक आपके सभी व्हाट्सएप कॉन्टैक्ट्स को आपके नंबर से ऑटोमेटेकली चला जाता है और आपके सभी कांटेक्ट के साथ में इस धोखे की संभावना बढ़ जाती है।
क्या है बचाव?
गुलाबी व्हाट्सएप स्कैम एक तरह के संक्रमण की तरह है। अगर इसे व्हाट्सएप की दुनिया का कोरोनावायरस कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इससे बचाव के लिए सबसे पहला उपाय सभी की जागरूकता है। किसी भी अनजान लिंक को या अज्ञात नंबर से भेजे गए लिंक को ओपन नहीं करें यदि अनजाने में आप पिंक व्हाट्सएप इंस्टॉल कर चुके हैं तो सबसे पहले अपने फोन के सेटिंग्स में जाकर सभी ऐप्स की लिस्ट में से पिंक व्हाट्सएप को अनइंस्टॉल करें। क्योंकि कई बार व्हाट्सएप के डाउनलोड होने के बाद इसलिए सीधे डिस्प्ले से अनइंस्टॉल करना संभव नहीं हो पाता।
इसके साथ ही इसकी सूचना अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन के साइबर सेल में दें। ताकि आपके डाटा का दुरुपयोग होने से बचाया जा सके और साथ ही आपके कॉन्टेक्ट्स को सुरक्षित किया जा सके ।
व्हाट्सएप हो या कोई और सोशल मीडिया प्लेटफार्म, हमारी सतर्कता ही हमें सुरक्षा प्रदान कर सकती है। इसीलिए सावधान रहें सतर्क रहें सुरक्षित रहें।