पूत के पांव पालने में ही नजर आने लगते हैं। बड़े बुजुर्गों द्वारा कही गई यह कहावत हमारे नन्हे से दुआंश गर्ग के लिए बिल्कुल सटीक बैठती है। हरियाणा के बल्लभगढ़ में जन्मा 5 महीने का दुआंश गर्ग इतनी कम उम्र में डॉक्यूमेंट बॉय का टाइटल हासिल करने वाला दुनिया का पहला बच्चा बन चुका है जिसके पास इस वक्त 14 डाक्यूमेंट्स मौजूद हैं। आइए आपको मिलाते हैं हमारे नन्हे से डॉक्यूमेंट बॉय से....
5 महीने की उम्र में बना खिताबों का बादशाह
हरियाणा के फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ शहर में नितिन अग्रवाल और पूजा अग्रवाल के घर 8 अक्टूबर 2022 को जन्मे दुआंश के नाम सर्वाधिक सरकारी डाक्यूमेंट्स जमा करने का खिताब हैं। अपने इस शानदार कलेक्शन की वजह से दुआंश को इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक, वर्ल्ड ग्रेटेस्ट रिकॉर्ड और गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान हासिल हो चुका है। डाक्यूमेंट्स बॉय के नाम से मशहूर दुआंश 5 महीने की उम्र में ही 14 सरकारी डाक्यूमेंट्स के साथ खिताबों का बादशाह बना हुआ है।
बर्थ सर्टिफिकेट से लेकर बैंक अकाउंट और पैन कार्ड तक का मालिक है दुआंश
दिल्ली के विद्युत मंत्रालय में लेखा सहायक के पद पर कार्यरत दुआंश के पिता नितिन अग्रवाल बताते हैं की दुआंश के वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल करने का सफर भी बेहद दिलचस्प है। हिंदू धर्म में बच्चे के जन्म के साथ ही 16 संस्कारों का सिलसिला शुरू हो जाता है। दुआंश के जन्म के बाद परिजनों और सगे संबंधियों द्वारा बच्चे को शगुन देने का सिलसिला शुरू हुआ जिसकी वजह से उनके पास 20-25 हजार रुपए जमा हो गए थे। दुआंश की माता पूजा अग्रवाल जो कि एक कुशल ग्रहणी भी हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि शगुन के इन रुपयों को बच्चे का बैंक अकाउंट खुलवा कर उसमें जमा कर दिया जाए ताकि यह पैसा भविष्य में उसके काम आ सके। नितिन ने इसमें सहमति जताते हुए अपने बच्चे की बैंक अकाउंट को खुलवाने के लिए अप्लाई किया। जिसके लिए उन्हें आधार कार्ड की भी जरूरत पड़ी। उन्होंने अपने बच्चे का आधार कार्ड बनवाया। साथ ही बैंक अकाउंट के साथ पैन कार्ड भी बनवाया गया। इस तरह धीरे-धीरे दुआंश के सरकारी डाक्यूमेंट्स बनते चले गए।
दुनिया के किसी बच्चे के पास नहीं है इतने डाक्यूमेंट्स
नितिन बताते हैं कि दुआंश के 14 डाक्यूमेंट्स बन चुकी है जिनमें बर्थ सर्टिफिकेट, आधार कार्ड, गवर्नमेंट वैक्सीनेशन कार्ड, पैन कार्ड, मेडिक्लेम, आभा कार्ड, बैंक अकाउंट, पीपीएफ अकाउंट, किसान विकास पत्र, फैमिली आईडी, एलआईसी, आरडी, एफडी, गवर्नमेंट गोल्ड बॉन्ड आदि शामिल है।
इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक से हुई सुनहरे सफर की शुरुआत
दुआंश के पिता नितिन अग्रवाल बताते हैं कि उनके बेटे के सुनहरे सफर की शुरुआत इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक से हुई जब उन्होंने 23 फरवरी 2023 को 10 डॉक्यूमेंट के साथ दुआंश के लिए अप्लाई किया। यहीं से यह सुनहरा सफर शुरू हुआ और इसके बाद दुआंश को वर्ल्ड ग्रेटेस्ट रिकॉर्ड और गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी स्थान मिला। दुनिया का अब तक कोई भी बच्चा इतनी कम उम्र में इतने सारे सरकारी डाक्यूमेंट्स हासिल नहीं कर पाया है।
जल्द ही अप्लाई करेंगे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में
नितिन अग्रवाल बताते हैं कि अपने बेटे की शानदार उपलब्धि के लिए अब जल्द ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अप्लाई करने वाले हैं।
लोगों को दिया डाक्यूमेंट्स के प्रति जागरूक रहने का संदेश
नितिन अग्रवाल बताते हैं कि उन्होंने अपने बेटे दुआंश के लिए सभी डॉक्यूमेंट ऑनलाइन अप्लाई करके बनवाए हैं। लोग अक्सर अपने डाक्यूमेंट्स बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटते रहते हैं जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है। यदि ऑनलाइन टेक्नोलॉजी का सहारा लेकर डाक्यूमेंट्स बनवाए जाएं तो ना सिर्फ कई सारी परेशानियों से बचा जा सकता है बल्कि डाक्यूमेंट्स भी जल्दी तैयार हो जाते हैं।
नितिन कहते हैं कि लोगों में अपने डाक्यूमेंट्स को लेकर जागरूकता का होना बेहद जरूरी है क्योंकि कई बार हमें साक्ष्य के तौर पर डॉक्यूमेंट पेश करने की जरूरत पड़ती है। ऐसे में डाक्यूमेंट्स का साथ होना बेहद जरूरी है। उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि सभी लोग अपने आवश्यक डाक्यूमेंट्स ऑनलाइन टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए जल्द से जल्द और विभिन्न परेशानियों से आसानी से मुक्ति पाएं।