जयपुर में ईद उल अजहा के मौके पर गंगा जमुनी तहजीब की एक अनोखी मिसाल देखने को मिली जिसमें एक हिंदू की अर्थी को मुस्लिम समाज के युवकों ने ना सिर्फ कंधा दिया बल्कि राम नाम सत्य के नारे भी लगाए मुस्लिम युवक कुर्बानी छोड़कर पहले शमशान गए महाश्वेता सजाई और बुजुर्ग का अंतिम संस्कार होने तक कंधे से कंधा मिलाकर परिवार के साथ खड़े रहे जयपुर की भट्टा बस्ती निवासी सेंसर पाल सिंह तवर का शनिवार रात बीमारी के बाद निधन हो गया उनके परिवार में फोन के साथ ही लोग थे जो शव यात्रा के लिए काफी नहीं थी पड़ोस में रहने वाले मुस्लिम समाज के लोग आगे आए नमाज के तुरंत बाद मुस्लिम समाज के लोग सेंसर पाल सिंह के घर पहुंचे और उनके अंतिम संस्कार की तैयारी की दोपहर 12:00 बजे चांदपोल स्थित श्मशान घाट पर पूरे रीति रिवाज के साथ संसद पाल सिंह का अंतिम संस्कार किया गया इसके बाद मुस्लिम समाज के लोगों ने बकरा ईद की कुर्बानी में भाग लिया बकरा ईद का त्योहार कुर्बानी का संदेश देता है और इसी का पालन करते हुए मुस्लिम समाज के लोगों ने गंगा जमुनी तहजीब को जिंदा रखते हुए भाईचारे का संदेश दिया