अजमेर : चोरी के मामले में गिरफ्तार एक युवक को अवैध रूप से बंधक बनाकर मारपीट करने के मामले में मसूदा थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीण लामबंद हो गए। ग्रामीणों ने मसूदा उपखंड अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। जिसके बाद अजमेर एसपी ने थाना प्रभारी भवानीसिंह को लाइन हाजिर कर दिया। तब जाकर ग्रामीण शांत हुए।
मामले के अनुसार मसूदा के रीछमाल मंदिर में 3 जनवरी को चोरी की वारदात सामने आई थी। इस मामले में जांच के बाद पुलिस ने सोमवार को जैतपुरा निवासी 18 वर्षीय असलम उर्फ कालू को गिरफ्तार किया था। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने असलम को 3 जनवरी को ही घर से दुर्घटना करने के नाम पर उठा लिया और उसे अवैध रूप से एक निजी घर में बंधक बनाकर मारपीट कर पैर तोड़ा। असलम के पिता जयसिंह का आरोप है कि वह कई बार थाने गए लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां से भगा दिया।
परिजनों का कहना था कि वे मंगलवार को अजमेर पेश हुए, जिसके बाद पुलिस ने आनन फानन में असलम की गिरफ्तारी दिखाई और न्यायालय में पेश कर दिया। परिजनों ने पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की और दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग उठाई है। घटना को लेकर ग्रामीण व अन्य लोग एसडीएम दफ्तर पर एकत्र हुए और विरोध जताया। आखिर ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए अजमेर एसपी विकास शर्मा ने भवानी सिंह को लाइन हाजिर कर चेनाराम को थाना अधिकारी नियुक्त किया है।